आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ की समीक्षा - मनीष वर्मा
तेजस्वी को सरकार चलाने का अनुभव नहीं-मनीष वर्मा

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा दो दिवसीय दौरे पर सहरसा जिले में थे। इस दौरान पत्रकार वार्ता को संबोधित करने करते हुए मनीष वर्मा ने बताया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर विभिन्न स्तर की बैठक व प्रत्येक प्रमुख कार्यकर्ता से मिलने के उद्देश्य से इस जिले के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने संगठन के विभिन्न स्तर के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर संगठनात्मक मजबूती और जनसंपर्क अभियान को लेकर चर्चा की।
उन्होंने जिले के विधानसभावार पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर के प्रतिनिधियों से संवाद कर पार्टी की रणनीति को साझा किया और जमीनी सुझाव लिए। उन्होंने आगामी चुनाव की तैयारी के लिए कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने का काम किया।
बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गहन समीक्षा की गई। उन्होंने बूथ स्तर की मजबूती, प्रचार-प्रसार की रणनीति और संभावित चुनौतियों को लेकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया और उन्हें संगठन की रीढ़ बताया।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अपने वक्तव्य में मनीष वर्मा ने कहा कि तेजस्वी यादव को शासन चलाने का कोई अनुभव नहीं है। जनता उन्हें एक मौका दे चुकी है, लेकिन उन्होंने सिर्फ नकारात्मक राजनीति और अवसरवादिता दिखाई।
राजद के माई-बहिन जैसी योजनाओं के वादे पर उन्होंने बोला कि राजद सिर्फ वादे करता है, जिनका कोई आधार नहीं होता। उनके पिछले कार्यकालों का रिकॉर्ड जंगलराज, भ्रष्टाचार और जातीय विभाजन से भरा है। बिहार की जनता अब ठोस विकास चाहती है, न कि खोखले वादों से भ्रमित होना। किसी भी योजना को जमीन पर मूर्त रूप देने के लिए पहले व्यापक तैयारी की जाती है, जिससे जनता को उसका पूर्ण लाभ मिले, किसी को किसी तरह का नुकसान न हो और सरकार भी ठीक प्रकार से चलती रहे। बस बोलने से या घोषणा कर देने से सरकार नहीं चलती है।
मनीष वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमारी सरकार ने जो वादा किया, उसे धरातल पर उतार कर दिखाया है। चाहे नल-जल योजना हो, सड़क निर्माण, शिक्षा सुधार, महिला सशक्तिकरण या युवाओं को रोजगार, हर क्षेत्र में बिहार आगे बढ़ा है। नीतीश कुमार जो भी फैसला करते हैं, उसका एक सुदृढ़ आधार होता है क्योंकि उनका काम को करके दिखाने में विश्वास है, घोषणा करने में नहीं।
उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन दलों में मुख्यमंत्री का चेहरा तक तय नहीं है, वे क्या स्थिर सरकार दे पाएंगे? यह गठबंधन सत्ता की लालसा से बना है, न कि विकास के लिए।
मनीष वर्मा ने अंत में यह स्पष्ट किया कि सहरसा में एनडीए की स्थिति मजबूत है। जनता विकास और स्थायित्व को प्राथमिकता दे रही है, और एनडीए सभी सीटों पर पूर्ण बहुमत के साथ विजय प्राप्त करेगा।