महिला और आदिवासी होने के कारण महामहिम राष्ट्रपति को अपमानित किया जा रहा है- जद(यू0)

महिला और आदिवासी होने के कारण महामहिम राष्ट्रपति को अपमानित किया जा रहा है- जद(यू0)
महिला और आदिवासी होने के कारण महामहिम राष्ट्रपति को अपमानित किया जा रहा है- जद(यू0)

 NBL PATNA: जद(यू0) मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए मुख्य प्रवक्ता  नीरज कुमार ने भाजपा पर आरोप लगाया कि महिला और आदिवासी होने के कारण भाजपा महामहिम राष्ट्रपति जी को राजनीतिक रूप से अछूत मानती है इसीलिए उन्हें नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह से किनारे किया गया है।
बिहार भाजपा नेताओं द्वारा विधानमण्डल के उद्घाटन समारोह में राज्यपाल को नहीं बुलाए जाने वाले बयान पर  नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि देश के महामहिम राष्ट्रपति जी के पद की तुलना राज्यपाल से करना भाजपा गिरते राजनीतिक स्तर का एक उदाहरण है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल को केंद्र सरकार द्वारा मनोनीत किया जाता है परन्तु देश के राष्ट्रपति का चुनाव होता है। भाजपा नेताओं को यह अंतर समझने की आवश्यकता है।
आगे उन्होंने कहा कि पुराने संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के अलावे एक सेंट्रल हाॅल भी था जहां महामहिम राष्ट्रपति जी संसद के संयुक्त सत्र को बुलाते थे लेकिन नई संसद भवन में सेन्ट्रल हाॅल निर्माण नहीं किया जाना एक बड़ी साजिश की ओर इशारे करता है। भाजपा को इस विषय पर भी अपना स्पष्टिकरण देना चाहिए।
प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए मुख्य प्रवक्ता श्री नीरज कुमार ने कहा कि संसद भवन के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी गुजरात के ही व्यक्ति को क्यों दिया गया है? आखिर उनकी पात्रता क्या है? क्या नई संसद भवन के बहाने आदरणीय मोदी जी उस व्यक्ति से अपना दोस्ताना संबन्ध निभा रहे थे? इतना ही नहीं गुजरात के जिस व्यक्ति को नई संसद भवन का काम दिया गया था, उसी व्यक्ति ने हिन्दू आस्था का प्रमुख केंद्र काशी विश्वनाथ मंदिर में 300 से अधिक शिवलिंग तोड़कर हिन्दू भावनाओं को आहत करने काम किया। परन्तु सनातन धर्म के तथकथित अलमदारों इसके खिलाफ एक शब्द बोलना भी उचित नहीं समझा।
उन्होंने नई संसद भवन के डिजाइन पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि संसद भवन का त्रिकोण आकर भारतीय वास्तुकला के अनुरूप नहीं है। वर्तमान के सांसद भवन में भारतीय संस्कृति और सभ्यता का विशेष ध्यान रखा गया था लेकिन भाजपा सरकार द्वारा नवनिर्मित नए संसद भवन में इन सब बातों को तवज्जों नहीं दी गई है। पुराने संसद भवन के निर्माण कार्य के दौरान भी हर्बर्ट बेकर द्वारा इसी तरह का त्रिकोण डिजाइन को प्रस्तुत किया गया था लेकिन तत्कालीन वायसराय लार्ड हार्डिंग ने इसकी मंजूरी नहीं दी थी।
प्रदेश प्रवक्ता अनुप्रिया  ने कहा कि महामहिम राष्ट्रपिता जी का अपमान देश की समस्त महिलाओं का अपमान है। भाजपा ने एक बार फिर जाहिर कर दिया कि वो महिला विरोधी मानसिकता से ग्रसित है।
इस प्रेसवार्ता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता  हेमराज राम और डाॅ0 सागरिका चैधरी उपस्थित थे।