मेयर और डिप्टी मेयर प्रतिनिधि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू : अवधेश यादव

मेयर और डिप्टी मेयर प्रतिनिधि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू : अवधेश यादव

आरा : आरा नगर निगम में मेयर प्रतिनिधि प्रेम पंकज उर्फ ललन और डिप्टी मेयर प्रतिनिधि सरोज सिंह के बीच लगातार आरोपों का जंग छिड़ा हुआ है। जो लगातार बढ़ता जा रहा है। इस जंग में कभी मेयर प्रतिनिधि, डिप्टी मेयर प्रतिनिधि पर प्रशेंतेज में बढ़ोतरी का आरोप लगा रहे है तो वहीं डिप्टी मेयर प्रतिनिधि, मेयर प्रतिनिधि पर खुद पर हमला करने का आरोप लगा है। जिसको लेकर निगम के पूर्व मेयर अवधेश यादव ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस किया। अवधेश सिंह ने यह प्रेस कांफ्रेंस नगर निगम में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर किया है। 

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व मेयर अवधेश यादव ने कहा कि नगर निगम बचाव संघर्ष कमिटी का गठन करके हम सभी नगर निगम को बचाने का काम करेंगे। जिस प्रकार मेयर प्रतिनिधि और डिप्टी मेयर प्रतिनिधि एक दूसरे पर प्रतिशत लेने का आरोप लगा रहे है और सैरात का पैसा में भी घोटाला हो रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम का जो आय होता है वो सैरात की आय से होता है। लेकिन नगर निगम द्वारा उसमें भी घोटाला किया जा रहा है। अवधेश ने कहा कि इस बार मैं जानता के बीच जाकर इसका विरोध करूंगा। 

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार चुनाव से पहले शहर वालों से वायदा किया गया था, वह वायदा पूरा नहीं किया जा रहा है। बरसात शुरू होने पर नाले की सफाई की जा रही है, जो मार्च और अप्रैल महीने में ही हो जानी चाहिए थी। कहीं भी बरसात शुरू होने पर नाले की सफाई की जाती है। सड़क पर बरसात की पानी का जलजमाव अभी भी है। तो जनता से किया गया वायदा मेयर और डिप्टी मेयर नहीं पूरा हुआ है। इसको लेकर भी मैं नगर निगम में कहने वाला हूं। जो कूड़ा दिन के समय में उठाया जा रहा है उसे रात में उठाया जाए। ताकि शहर के लोगों को दिक्कत नहीं सहना पड़े। 

वहीं पूर्व मेयर अवधेश सिंह का कहना है कि मेयर और डिप्टी मेयर प्रतिनिधि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू है। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है। ऐसे में जनता परेशान हो रही है। वहीं उन्होंने कहा कि मैं 2012 तक नगर निगम में मेयर रहा हूं। मेरे कार्यकाल तक नगर निगम में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ था। लेकिन 2012 के बाद से अब तक नगर निगम में केवल भ्रष्टाचार ही हो रहा है। मेरे टाइम में हर पार्षद को बोलने की आजादी थी। लेकिन अब हर पार्षद डरा और सहमा हुआ है।